विराज के मन से
मन के भावों को शब्दों में पिरोने की कोशिश
Followers
Tuesday, January 22, 2019
सजाकर प्यार के सपने :)
सजाकर प्यार के सपने, तुझे मुझको दिखाना है।
हकीकत में इन्हे छूना, मुझे तुझको सिखाना है।
विटप पाए सलिल को तो, जड़ें मजबूत होती है।
हमे इस प्यार की जड़ से जहां अपना बनाना है
अगर आबाद ये होगा
अगर आबाद ये होगा, तुम्हारे प्यार में होगा।
अगर बर्बाद ये होगा, तुम्हारे प्यार में होगा।
लिखा मुक्तक ज़रा देखो तुम्हारे प्यार में हमने।
अगर अपवाद ये होगा, तुम्हारे प्यार में होगा।
Newer Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)